टाटा कर्व: 7 बातें जो हमने ड्राइव के दौरान सीखी
टाटा कर्व (Tata Curvv) की लॉन्चिंग के साथ ही यह कार अपने शानदार लुक्स के कारण चर्चा में है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह अपने सेगमेंट की दूसरी गाड़ियों जैसी ऑल-राउंड परफॉर्मेंस दे पाती है? हमने इस SUV-कूपे (SUV-coupe) का टेस्ट ड्राइव किया और यहां हैं वो 7 बातें जो हमने इसके बारे में जानी।
1. शानदार डिज़ाइन, एक हेड-टर्नर
टाटा कर्व को देखते ही सबसे पहले इसका लुक्स आपकी नज़रें खींच लेता है। इसका डिज़ाइन कुछ हद तक टाटा की दूसरी कारों जैसे नेक्सॉन (Nexon) और हैरियर-सफारी (Harrier-Safari) से प्रेरित है, लेकिन इसमें SUV-कूपे स्टाइलिंग का खास फ्यूजन है। कार में LED डीआरएल्स (DRLs) और टेल लाइट्स जुड़े हुए हैं, जो इसे एक प्रीमियम फिनिश देते हैं। साथ ही, पहली बार किसी टाटा कार में फ्लश-टाइप डोर हैंडल्स का इस्तेमाल किया गया है।
2. नेक्सॉन जैसा केबिन, लेकिन थोड़ी कम प्रैक्टिकलिटी
जैसे ही आप कर्व के अंदर बैठते हैं, इसका डैशबोर्ड लेआउट आपको नेक्सॉन की याद दिलाता है। लेकिन इसके इंटीरियर्स में इस्तेमाल किए गए मटेरियल और फिनिशिंग इसे थोड़ा ज्यादा अपस्केल बनाते हैं। इसमें बर्गंडी थीम और सॉफ्ट-टच एलिमेंट्स दिए गए हैं, जो इसे नेक्सॉन से अलग करते हैं। हालाँकि, कार के अंदर कुछ प्रैक्टिकल फीचर्स की कमी महसूस होती है। जैसे कि फ्रंट रो में कप होल्डर्स नहीं हैं, USB पोर्ट्स तक पहुंचना मुश्किल है, और सीट वेंटिलेशन बटन सही जगह पर नहीं हैं।
3. फीचर्स में कोई कमी नहीं
टाटा कर्व के फीचर्स इसकी एक बड़ी ताकत हैं। इसमें आपको 12.3 इंच का टचस्क्रीन, 10.25 इंच का डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, ऑटो एसी, 9-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम जैसे कई प्रीमियम फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा, इसमें पैनोरमिक सनरूफ, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, वायरलेस फोन चार्जर और 6-वे पावर्ड ड्राइवर सीट जैसे भी फीचर्स दिए गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से, इसमें 6 एयरबैग्स, 360-डिग्री कैमरा, ब्लाइंड व्यू मॉनिटरिंग, ESC, और लेवल 2 ADAS सिस्टम्स मिलते हैं।
4. बड़ा बूट स्पेस
इसमें 500 लीटर का बूट स्पेस मिलता है, जिसे 60:40 रियर सीट्स को फोल्ड करके और बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ, पावर्ड टेलगेट फीचर और जेस्चर कंट्रोल इसे और सुविधाजनक बनाते हैं।
5. नया GDi इंजन, पुरानी से बेहतर परफॉर्मेंस
टाटा कर्व में नया 1.2-लीटर T-GDi टर्बो पेट्रोल इंजन है, जो पहले से 5 PS ज्यादा पावर और 55 Nm ज्यादा टॉर्क देता है। इस इंजन में स्मूद पावर डिलीवरी है और यह हाईवे पर भी आसानी से ओवरटेक करने में सक्षम है। हालांकि, तीन-सिलेंडर इंजन होने की वजह से थोड़ी बहुत वाइब्रेशन्स महसूस होती हैं, जिन्हें और बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता था।
6. डीजल DCT ट्रांसमिशन भरोसेमंद नहीं लगता
टाटा कर्व में 1.5-लीटर डीजल इंजन के साथ 7-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन (DCT) का विकल्प भी दिया गया है, जो इसे भारत की पहली मास मार्केट डीजल कार बनाता है, जिसमें DCT मिलता है। परफॉर्मेंस और माइलेज का अच्छा संतुलन तो है, लेकिन DCT ट्रांसमिशन में कुछ खामियां दिखीं। ड्राइविंग के दौरान D1 से D2 पर शिफ्ट करते समय कुछ झटके महसूस हुए, और एक बार ढलान पर कार का गियर अपने आप न्यूट्रल हो गया, जो निराशाजनक था। हमारा सुझाव है कि फिलहाल DCT मॉडल खरीदने से पहले थोड़ा इंतजार करें, जब तक कि टाटा इन समस्याओं को हल नहीं कर लेता।
7. इम्प्रेसिव राइड क्वालिटी
टाटा कर्व की सस्पेंशन सेटअप काफी प्रभावशाली है और यह खराब सड़कों पर भी आरामदायक राइड अनुभव देती है। हालांकि, हिल ड्राइविंग के दौरान कुछ बॉडी रोल महसूस हो सकता है।